कुछ बेहतरीन Top Dard Shayari आप इस ब्लॉग में पढ़ सकते है।

DARD SHAYARI

Top Dard Shayari

अब तो मरहम पर भी यकीं नहीं रहां

दिल ने हमारे ऐसे ज़ख़्म खाये हैं

कैसे करें अब यकीं खुदा पर

माना जिसे खुदा उसी ने खंजर चलाये हैं।

तुम चले गए थे जिसको ठोकर लगाकर

कभी तो पूछो हाल उस दिल का आकर

क्या हुआ  जाने  के बाद फिर ना आये

हम तो अब भी बैठे हैं पलके बिछाकर

याद के लिए कुछ पल छूट ही जाते हैं

बर्बादी के लिए ख्वाब टूट ही जाते हैं

सोचा था तेरे लिए अब कुछ ना मागेंगे

दुआ में फिर भी हाथ उठ ही जाते हैं।

लोग हर पल मेरी हस्ती को मिटाने पर लगे हैं

मेरी बर्बादी के किस्से सुनने सुनाने पर लगे हैं

टुटा हैं  दिल दीवाने का सब जान गयी दुनिया

मगर फिर भी हम सबकुछ छुपाने पर लगे हैं।

हर दिन चढ़ने के बाद रात होती हैं

तपती गर्मी के बाद बरसात होती हैं

मैंने तो खुदा से मांगी थी बस एक झलक यार की

ठोकरे सहकर भी क्यों नहीं मुलाकात होती हैं।

जाने ये कैसा अजब रोग हैं मोहब्बत

जिसमे दिल हमने काटों पर धर लिया

गम सहा ना गया हमसे जुदाई  का

रो-रो कर अपना दामन आंसुओं से भर लिया।

तरस रहे हैं हम आज तेरे प्यार को

कभी तू भी तरसेगी मेरे एक दीदार को

आंसूं बहाकर करेगी जुर्म याद रखना

कि क्यों ना गिराया इस मजहब कि दीवार को

ज़िन्दगी बिताने के लिए तेरी याद ही काफी हैं

अरमान पूरे ना हो बस फरियाद ही काफी हैं

क्या खबर मोहब्बत की दुनिया दोबारा बसे ना बसे

अब ना करो आबाद दिल ये बर्बाद ही काफी हैं।

हर दर से ठोकर खाने के बाद

तेरी याद आयी तेरे जाने के बाद

न तू मेरा रहा और ना मैं तेरा

अहसास मोहब्बत हुआ जुड़ा हो जाने के बाद

तुम खुशियों के जश्न मनाते रहे

हम अश्को के जैम पीते रहे

तुम नस्तर पे नस्तर चुभाते रहे

हम दर्द सह कर भी जीते रहे